कोरोना वायरस के 'हाई रिस्क' वाले 30 देशों में भारत भी शामिल, जानें देश को कितना खतरा

कोरोना वायरस के 'हाई रिस्क' वाले 30 देशों में भारत भी शामिल, जानें देश को कितना खतरा

अम्बुज यादव

लगातार बढ़ रहे कोरोनावायरस ने इस समय पूरी दुनिया में कहर मचाया हुआ है। वहीं जहां एक तरफ इसके बढ़ते प्रकोप से लोगों में डर पैदा होता जा रहा हैं। वही दूसरी तरफ अभी तक इसके इलाज के रहस्य को ना खोज पाना सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है। ऐसी स्थिति में लोगों को अपने आप से ही इससे बचना सबसे सफलदायक इलाज है। वही आपको बता दे कि अभी तक इस वायरस की वजह से लगभग 130 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। यही नहीं अब तक इसके 6000 से ज्यादा कंफर्म मामले सामने आ चुके है, जिनका इलाज चल रहा है। वैसे इसका असर पूरी दुनिया में दिखाई दे रहा है और इसके इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग भी लग चुकी है। लेकिन उसके वाबजूद भी अभी तक इसके इलाज के लिए संभव तरीका नहीं मिल पाया हैँ। वहीं भारत में भी अब इस वायरस ने पैर जमाना शुरु कर दिया है। इसका अंदाजा हम इससे लगा सकते है कि अभी तक भारत में 2 मामला सामने आ चुका है और दोनों ही केरल से आए हैं। इसके अलावा भारत के बिहार, मुंबई और जयपुर में भी इस वायरस के कुछ संदिग्ध मरीज सामने आए हैं। हालांकि सरकार द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार भारत में अभी कोरोनावायरस का एक भी कंफर्म मामला नहीं सामने आया है। फिर भी स्वास्थ्य मंत्रालय और विदेश मंत्रालय ने इस वायरस को लेकर चिंता जताई है क्योंकि बहुत सारे भारतीय पिछले 1 महीने में चीन से भारत लौटे हैं।

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वहीं इसके बढ़ते प्रकोप को देखते हुए साउथम्पटन विश्वविद्यालय ने 30 देशों की एक लिस्ट जारी की है, जहां कोरोनावायरस पहुंचने या पाए जाने की संभावना है। इस लिस्ट में भारत को 23वें नंबर पर है। वहीं थाईलैंड और जापान इस लिस्ट में पहले और दूसरे नंबर पर हैं। ये लिस्ट चीन से अलग-अलग देशों में लौटे यात्रियों की संख्या के आधार पर बनाई गई है। गौरतलब है कि भारत में इस वायरस के फैलने की संभावना इसलिए भी बताई जा रही है क्योंकि पड़ोसी देश नेपाल में कोरोनावायरस का एक कंफर्म मामला सामने आया है। भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले दिनों एक चीन से लौट रहे यात्रियों के लिए एक एडवाइजरी जारी की थी, जिसमें कोरोनावायरस से बचने के तरीके बताए गए थे।

लगातार विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा किये जा रहे उपाय और लोगों में जागरुकता लाने की कोशिश से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इससे जल्द ही निपटारा पाया जा सकता है। फिलहाल इससे निपटने के लिए लोगों को अपने से ध्यान देने की जरुरत है और इस समय इसका इलाज भी सिर्फ और सिर्फ यही हैं।

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